गुरुवार, 4 मार्च 2010

में। आपकी यह साईट रोज देखती हूँ मुझे मारवाड़ी डाइजेस्ट अच्छी लगती है । गर्व चंडालिया और चहक चंडालिया गन्दी बाई

शुक्रवार, 19 फ़रवरी 2010

आगत के स्वागत में खुल्ला द्वार रखते हैं,

घर के अन्दर वे नंगी तलवार रखते हैं!

राजेंद्र स्वर्णकार