chaar kadam aage!
आगत के स्वागत में खुल्ला द्वार रखते हैं,
घर के अन्दर वे नंगी तलवार रखते हैं!
राजेंद्र स्वर्णकार
विजेट आपके ब्लॉग पर
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें